एक बार अकबर के राज्य में चोरी हुआ, जिसमे एक व्यापारी के घर बहुत कीमती सामान चोरों ने चुरा लिया था, व्यापारी को इस बात का बिलकुल भी संदेह नहीं था, की चोर उन्हीं के 10 नौकरों में से एक है, पर वह यह नहीं जानता था, की चोर कौन है।
चोर कौन है यह जानने के लिए व्यापारी बीरबल के पास गया, और उनसे चोरों को पकड़ने लिए मदद मांगा, इस बात पर बीरबल ने उसे हां कर दिया, और अपने सिपाहियों से कहा की सभी नौकरों को शीघ्र ही जेल में डाल दिया जाए।
यह आदेश मिलते ही उसी दिन सिपाहियों द्वारा सभी नौकरों को पकड़ लिया गया, और बीरबल ने सबसे पूछा की चोरी किसने किया, लेकिन किसी ने भी इस बात का कोई जवाब नही दिया, और ना ही कोई अपने गलती मानने को तैयार था, की चोरी उसने किया है।
बीरबल ने थोड़ा देर सोंचा और कुछ देर बाद वह 10 बराबर समान छड़ी लेकर आये, और सभी चुने हुए 10 नौकरों को एक-एक छड़ी पकड़ा दिया गया, पर छड़ी को पकड़ाते हुए बीरबल ने एक बात कहा, की उस व्यक्ति का छड़ी 2 इंच अपने आप बड़ा हो जायेगा, जिसने यह चोरी किया है, और यह कहकर बीरबल वहां से चले गये, और अपने सिपाहियों को आदेश दिया की उनमें से किसी भी व्यक्ति को सुबह तक छोड़ा ना जाये।
जब बीरबल ने दूसरे ही दिन सभी नौकरों के छड़ी को देखा तो, यह पता चला की उनमें से एक नौकर का छड़ी 2 इंच काम था, और यह देखते ही बीरबल ने कहा की चोर यही है।
यह सब देखकर बाद में उस व्यापारी ने बीरबल से प्रश्न किया, की यह तुम्हे कैसे पता चला की चोर यही व्यक्ति है, इस पर बीरबल ने कहा की चोर ने अपने पकड़े जाने के डर से उसने रात के समय में ही अपने छड़ी को काटकर 2 इंच छोटा कर दिया था।
शिक्षा :- सत्य छुपाने से भी कभी छुपता नही, इसलिए जीवन में कभी भी झूठ ना बोले।