जतमई घटारानी माता मंदिर, गरियाबंद, छत्तीसगढ़...

Jayant verma
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जतमई माता मंदिर, गरियाबंद (छत्तीसगढ़)

जतमई घटारानी मंदिर छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिला के तहसील छुरा में स्थित है, जतमई और घटारानी मंदिर प्राकृतिक और धार्मिक स्थल का संगम है, घने जंगलों के बीच में बसे यह दोनो मंदिर बहुत ही सुंदर व खूबसूरत है, साथ ही जतमई और घटारानी माता मंदिर के समीप कल कल का आवाज करते झरने यहां पर घूमने आने वालें पर्यटकों काफी ज्यादा आकर्षित करते है।

जतमई और घटारानी माता मंदिर दोनों ही अलग अलग मंदिर है, और इन दोनों मंदिरों के पास सुंदर व खूबसूरत झरने है, तथा इन दोनों मंदिरों के बीच का दूरी सड़क मार्ग से लगभग 7.4 किलोमीटर है।


जतमई माता मंदिर

यह मंदिर जतमई माता को समर्पित है, जिन्हे वनदेवी के नाम से जाना जाता है, इस मंदिर को 16वीं शताब्दी में कमार जनजाति के द्वारा बनवाया गया था, जतमई माता के अलावा यहां देवी दुर्गा, भगवान राम और नरसिंहनाथ का मूर्ति स्थापित किया गया है, मुख्य मंदिर में जतमई माता विराजमान है, और माता का ये मंदिर झरनों के बीच पर बना हुआ है, मंदिर से सटा हुआ जलधाराएं बहता है, जो माता के चरणों को स्पर्श करके चट्टानों से नीचे गिरता है, मान्यताओं के अनुसार यह जलधाराएं माता के सेविकाएं है, यहां का पानी किसी भी मौसम में कम नही होता है।


जतमई माता मंदिर खूबसूरत प्रकृति के गोद में बसा हुआ है, मंदिर के समीप बहता और कल-कल करता हुआ झरना और वहां का सुंदर हरियाली मन को मोह लेता है।


मंदिर के नजदीक में ही एक विशाल हनुमान जी का प्रतिमा है, जिसमे हनुमान जी अपने कंधो पर भगवान राम और लक्ष्मण को बैठाये हुए है, और इस मूर्ति का ऊंचाई लगभग 150 फिट है, मूर्ति के नीचे से बहता जल बहुत सुंदर दिखाई देता है।


यहां इन सभी के अलावा मुख्यतः दो गुफाएं है, जिसमे देवी देवताओं के मूर्ति स्थापित किया गया है, काली देवी गुफा में मां काली देवी विराजमान है, तथा शेर गुफा में माता के फोटो, चित्र को रख दिया गया है, और पूजा पाठ करते है, लेकिन लोगों के कहने के अनुसार यहां पहले इस गुफा में जंगल का शेर निवास करते थे, इसलिए इस गुफा का नाम शेर गुफा रखा गया है।

जतमई माता मंदिर जंगलों से घिरा और झरनों के बीच पर बना होने के कारण ये छत्तीसगढ़ का सबसे लोकप्रिय पिकनिक व प्राकृतिक पर्यटन स्थल भी है, और जतमई मंदिर के अलावा 7.4 किलोमीटर के दुरी पर लगा हुआ घटारानी मंदिर भी है, जो एक प्राकृतिक पर्यटन व पिकनिक स्थल है।

जतमई माता मंदिर में प्रति वर्ष चैत्र और कुंवार नवरात्र में मेले का आयोजन होता है, और यहां हर साल लोगों का अत्यधिक संख्या में भिड़ लगा रहता है, लेकिन यहां पर घूमने आने का सबसे अच्छा समय जून माह से लेकर दिसंबर तक रहता है।

घटारानी माता मंदिर, गरियाबंद (छत्तीसगढ़)

घटारानी माता मंदिर

घटारानी माता मंदिर आदिकाल से ही घने जंगलों और पहाड़ों खोह में विराजमान है, जिसे समय के साथ पहाड़ के खोह के ऊपर मंदिर का निर्माण कर दिया गया है, जिसको देखते ही मंदिर का नजारा और भी अति खूबसूरत लगता है, यह मंदिर छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक प्रसिद्ध पर्यटन व पिकनिक स्थल है, घटारानी माता मंदिर चारो ओर से जंगलों से घिरा हुआ है, मंदिर में प्रवेश करने से पहले स्नान करना पड़ता है, जिसके लिए झरना व कुंड सबसे अच्छा स्थान है, घटारानी मंदिर के बारे में ऐसा माना जाता है, की जो भी पहले जंगलों में भटक जाते थे, उनके द्वारा इस मंदिर पर फल, फूल चढ़ाने से भटके हुए लोग अपने मंजिल पर पहुंच जाते थे, मां घटारानी देवी भटके हुए लोगों को उनके मंजिल पर पहुंचा देते थे, और यहां पर इसके अलावा शिवलिंग भी है, जिसे घटेश्वरनाथ के नाम से जाना जाता है।

मंदिर के नजदीक लगा हुआ घटारानी जलप्रपात (झरना) है, जो यहां आने वाले पर्यटकों और पिकनिक मनाने वाले लोगों को बहुत ज्यादा आकर्षित करता है, ऊंचाई से चट्टानों के ऊपर से नीचे गिरता जल बहुत ही सुंदर दिखाई देते है, झरने के नीचे एक कुंड है, जिस पर लोग जल क्रीड़ा करते है।

घटारानी माता मंदिर से कुछ दूर पहले घटारानी-जतमई मठ मार्ग के किनारे शिंधेश्वरी मंदिर गुफा ( गर्भ गुफा सुरंग) है, तथा घटारानी माता मंदिर से 7.4 किलोमीटर के दूरी पर जतमई माता मंदिर स्थित है।

घटारानी माता मंदिर में हर साल यहां नवरात्र में मेला लगता है, जिसमे दूर दूर अनन्य भक्त मेला घूमने एवम माता के दर्शन करने भारी मात्रा में आते है।

जतमई घटारानी मंदिर का दूरी...

जतमई माता मंदिर - गरियाबंद जिला से 23 किलोमीटर, राजिम से 37 तथा राजधानी रायपुर से 86 किलोमीटर दूरी पर स्थित है।

घटारानी माता मंदिर - का दूरी छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर से 77 किलोमीटर, गरियाबंद से 48 किलोमीटर तथा राजिम से 27 किलोमीटर दूर पर स्थित है।

जतमई घटारानी माता मंदिर कैसे पहुंचे....
जतमई घटारानी माता मंदिर सड़क मार्ग, बस, ट्रेन तथा हवाई जहाज के द्वारा पहुंच सकते है, घटारानी मंदिर से सबसे नजदीक का...

बस स्टैंड :- गरियाबंद, राजिम, रायपुर

रेलवे स्टेशन :- रायपुर

हवाई अड्डा :- रायपुर

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